वन रैंक वन पेंशन योजना – (One Rank One Pension Yojana) Complete Detail
वन रैंक वन पेंशन योजना
भारत सरकार ने भारतीय सशस्त्र बल के लिए एक नई पेंशन योजना चालू की है जिसका नाम वन रैंक वन पेंशन योजना–(One Rank One Pension Yojana) है। भारतीय सशस्त्र बल ने इस योजना को चालू करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी विरोध किया था तब जाकर सरकार ने 5 सितम्बर 2015 को इस योजना की घोषणा की थी। इस योजना पर कम फरवरी 2016 को शुरू किया गया। भारतीय सैनिक जो रिटायर हो चुके थे वे कई सैलून से वन रैंक वन पेंशन योजना की मांग काफी समय से कर रहे थे। वन रैंक वन पेंशन योजना रिटायर सैनिकों के लिए बहुत उपयोगी है।
वन रैंक वन पेंशन योजना के क्या फायदे हैं :
- रिटायर हो चुके सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन योजना से लाभ होगा,खासतौर पर जो सैनिक 2006 से पहले रिटायर हुए हैं|
आइये जाने वन रैंक वन पेंशन योजना क्या है?
सशस्त्र बल के आला अधिकारी काफी समय से वन रैंक वन पेंशन योजना की मांग कर रहे थे। काफी सोच – विचार के बाद वन रैंक वन पेंशन योजना को स्वीकार किया गया।जिससे रिटायर सैनिकों को एक रैंक पर एक पेंशन राशी प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। वन रैंक वन पेंशन योजना का वास्तविक मंतलब है की एक श्रेणी के सैनिक को एक पेंशन।
वन रैंक वन पेंष योजना की मुख्य विशेषताएं:-
- योजना की मांग 2013 में की गयी तथा 1 जुलाई 2014 से योजना प्रभावी है।आला अधिकारीयों को आधार वर्ष के रूप में 1 अप्रैल 2014 और 2015 में वन रैंक वन पेंशन योजना की मान्यता मिली।
- वन रैंक वन पेंशन योजना के तहत लगभग तीन लाख सैनिकों को लाभ होगा। बकाया राशी एक ही बार में मिल जाएगी। चार छमाही किश्तों और युद्ध विधवाओं सहित सभी विधवाओं को दी जाएगी। पहली किश्त का भुगतान कर दिया गया है और दूसरी किश्त का भुगतान बाकि है।
- योजना पर अनुमानित लागत 8000 से 10000 करोड़ रूपये है।
- सरकार ने पहले ही कहा है की जो सैनिक स्वेच्छा से रिटायर होंगे उन्हें OROP के तहत पेंशन नहीं मिलेगी।